On Page SEO Kya Hai: इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको On Page SEO क्या है और यह आपकी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए क्यों ज़रूरी है, इसकी पूरी जानकारी आसान और साफ़ भाषा में देने जा रहे हैं।
आज के Digital युग में, अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट Google में टॉप पर Rank करे और उस पर ज्यादा Traffic आए, तो आपको On-Page SEO ज़रूर सीखना चाहिए।
On-Page SEO, Digital Marketing का एक बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो आपकी Content Quality, वेबसाइट की डिजाइन और user experience को बेहतर बनाता है।
इस पोस्ट में हम On-Page SEO से जुड़ी जरूरी तकनीकों, best practices, और Tips को विस्तार से समझाएंगे। इसलिए इस पोस्ट को आख़िर तक ज़रूर पढ़ें, क्योंकि यह लेख (On Page SEO Kya Hai) आपके ब्लॉग को गूगल में टॉप पर लाने में मदद कर सकता है।
Table of Contents
On Page SEO Kya Hai – आसान भाषा में समझिए

On-Page SEO एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके जरिए हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट को इस तरह से तैयार करते हैं कि वह गूगल जैसे Search Engine में आसानी से Rank कर सके।
इसका मुख्य उद्देश्य यह होता है कि जब कोई User Google पर कुछ Search करे, तो हमारा ब्लॉग गूगल में Top पर दिखाई दे और उस पर ज्यादा ट्रैफिक आए।
इसमें हम अपने Webpage के टाइटल, URL, हेडिंग्स, इमेज, मेटा टैग्स और कंटेंट को इस तरीके से Optimize करते हैं कि Google Bot और Users दोनों ही आसानी से समझ सकें कि हमारा पेज किस Topic पर है।
सरल शब्दों में कहें तो, On-Page SEO का मतलब है वेबसाइट के अंदर ही SEO से जुड़ा सारा काम करना। जब आप अपने पेज को सर्च इंजन के नियमों के अनुसार ठीक से Optimize करते हैं, तो गूगल आपकी Site को बेहतर समझता है और उसकी रैंकिंग भी अच्छी करता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी Website Google में Top पर आए, तो On-Page SEO की बुनियादी चीज़ें जैसे की Fast Loading Speed, Mobile Friendly Design, और Quality Content को बेहतर बनाए।
On Page SEO क्यों जरूरी है? (Why On-Page SEO is Important in Hindi)
अगर आप अपने ब्लॉग से अच्छा पैसा कमाना चाहते हैं, तो उसके लिए ज्यादा से ज्यादा Organic Traffic लाना जरूरी है। और यह तभी संभव है जब आपकी वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट Google के First Page पर रैंक करे। इसके लिए On-Page SEO करना बेहद जरूरी होता है।
आज के Digital युग में जब भी लोग किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो वे सबसे पहले Google जैसे Search Engine का ही सहारा लेते हैं।
ऐसे में जो भी Content Google के Top में रैंक करता है, लोग सबसे पहले उसी पर Click करके अपने सवाल का जवाब पा लेते हैं, ऐसे अगर आपकी पोस्ट गूगल में रैंक नहीं करेगी, तो आपके ब्लॉग पर बिल्कुल भी ट्रैफिक नहीं आयेगा।
On Page SEO की सबसे अच्छी बात यह होती है कि यह पूरी तरीके से आपके कंट्रोल में होता है, आप चाहें तो अपने Content, Title, Heading, Image और Keyword को खुद से Optimize करके अपनी Post को बेहतर बना सकते हैं और गूगल में रैंक करवा सकते हैं।
यही वजह है कि अगर आप Google में रैंक करना चाहते हैं और अपने ब्लॉग से ज्यादा कमाई (Income) करना चाहते हैं, तो आपको On-Page SEO को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
On Page SEO कैसे करें?
On-Page SEO में वे सभी जरूरी Factors शामिल होते हैं, जिन्हें हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट को लिखते समय ध्यान में रखते हैं।
ताकि आपका ब्लॉग गूगल के पहले पेज पर रैंक कर सके। जब हम एक SEO Friendly Content तैयार करते हैं, तो यह जरूरी होता है कि हम On-Page SEO के सभी जरूरी Factors को सही तरीके से Follow करें।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर On Page SEO कैसे करें? इसके लिए आपको नीचे दिए गए महत्वपूर्ण Factors को फॉलो जरूर करना चाहिए।
- Targeted Keyword का सही चयन और उपयोग
- Title Tag और Meta Description का Optimization
- URL Structure को SEO Friendly बनाना
- Heading Tags (H1, H2, H3…) का सही इस्तेमाल
- Content में Internal और External Linking
- Image Optimization (Alt Tags के साथ)
- Mobile-Friendly Layout
- Fast Loading Speed
- User Experience और Readability
- Schema Markup (Structured Data)
दोस्तों अगर आप इन सभी Factors को ध्यान में रखकर अपना ब्लॉग या वेबसाइट optimize करते हैं, तो आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आने से कोई रोक नहीं सकता है।
On Page SEO Ranking Factors – अपने ब्लॉग को Google के First Page पर कैसे लाएं?
अगर आप चाहते हैं कि आपका ब्लॉग-पोस्ट Google के पहले पेज पर रैंक करे और ज्यादा से ज्यादा Organic Traffic मिले, तो आपको On-Page SEO को सही तरीके से Optimize करना बेहद जरूरी है।
On-Page SEO में हम अपने ब्लॉग या वेबसाइट के Content को इस तरह तैयार करते हैं कि जब Google Bot उसे Scan करे, तो उसे साफ-साफ समझ आ जाए कि आपकी Post किस Topic पर है और किस Keyword को Target किया गया है।
Blogging में सफलता पाने के लिए सिर्फ अच्छा कंटेंट लिखना ही काफी नहीं होता, बल्कि यह भी जरूरी होता है कि आप Title Tag, Meta Description, Heading Structure (H1, H2, H3…), Internal Linking, Image Optimization, और Keywords Placement जैसे महत्वपूर्ण SEO Factors को कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं।
अब आप नीचे जानेंगे कि On-Page SEO के वो कौन-कौन से Ranking Factors हैं जिनका इस्तेमाल करके आप अपनी पोस्ट को Search Engine Friendly बना सकते हैं और आसानी से Google के Top Result में ला सकते हैं।
#1 – Keyword Research करें
अगर आप चाहते हैं कि आपका Blog Google में जल्दी रैंक करे और उस पर ज़्यादा ट्रैफिक आए, तो Keyword Research करना सबसे पहला और जरूरी Step है। बिना सही कीवर्ड चुने अगर आप कोई भी Blog Post लिखते हैं, तो वह Search Engine में रैंक नहीं कर पाएगा।
Keyword Research का मतलब होता है ऐसे शब्दों की पहचान करना जिन्हें लोग Google या अन्य Search Engine पर सर्च कर रहे हैं।
आपको ऐसे Keyword को चुनना होता है जिसका Search Volume ज़्यादा हो लेकिन Competition कम हो। इससे आपकी पोस्ट को Search Result में Rank करना आसान हो जाता है।
#2 – Title Tag
Title Tag, On-Page SEO के सबसे Important Factors में से एक है। अगर आपका ब्लॉग पोस्ट का Title, Attractive और सही Keyword से भरा हुआ है, तो उस पर ज्यादा Click मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
एक अच्छा टाइटल CTR (Click Through Rate) को बढ़ाता है, जिससे आपकी पोस्ट को Google Search Result में बेहतर रैंकिंग मिलती है। लेकिन अगर Title अच्छा नहीं होता है, तो भले ही आपकी Post Rank कर रही हो, उस पर Click नहीं आएंगे।
SEO के नजरिए से, आपके टाइटल की Length 65 अक्षरों से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि Google Search Result में इससे ज्यादा लंबा Title Cut जाता है। इसलिए आप हमेशा कोशिश करें कि पोस्ट का Title छोटा, स्पष्ट, और Target Keyword से संबंधित होना चाहिए।
#3 – Heading Tags
Blog Post को SEO-Friendly और पढ़ने में आसान बनाने के लिए Heading Tags का सही इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। Heading Tags (H1 से H6) की मदद से आप अपने Content को Paragraph में बांट सकते हैं।
जिससे न सिर्फ Readers को पढ़ने में आसानी होती है, बल्कि Google Crawler भी आपके Content का Structure बेहतर ढंग से समझ पाता है।
हर Blog Post में केवल एक ही H1 टैग होना चाहिए, और वह पोस्ट के मुख्य Title पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। H1 टैग में आपका Focus Keyboard जरूर शामिल होना चाहिए, क्योंकि यही Google को यह संकेत देता है कि आपका Content किस Topic पर है।
ब्लॉग पोस्ट की Structure बेहतर बनाने के लिए H2, H3, H4 आदि Sub Headings का उपयोग करें। हर Sub Heading में कोशिश करें कि Primary या Secondary Keyword शामिल हो। इससे न केवल SEO में मदद मिलती है, बल्कि User को भी Content पढ़ने में आसानी होती है।
अगर आप अपने ब्लॉग में Heading Tags का उपयोग नहीं करेंगे, तो Google Crawler यह नहीं समझ पाएगा कि आपका Content कहां शुरू और कहां खत्म हो रहा है। इससे आपके पेज की Indexing और Ranking दोनों पर असर पड़ सकता है।
इसलिए, हर Blog Post में H1 से लेकर H3 या H4 तक के Heading Tags का सही तरीके से प्रयोग करें और उनमें अपने Target Keywords को Smart तरीके से शामिल करें।
#4 – Meta Description
जब भी आप Google पर कुछ Search करते हैं, तो Search Result में हर Link के नीचे एक छोटा सा Description दिखाई देता है, इसी को Meta Description कहा जाता है।
यह एक Blog Post या Web Page की संक्षिप्त जानकारी होती है, जिससे User को पता चलता है कि उसे इस Article में क्या-क्या जानकारी मिलने वाली है।
Meta Description SEO का एक Important Part होता है। इसमें आपको अपने Blog Post का Focus Keyboard जरूर Add करना चाहिए।
गूगल के अनुसार एक अच्छी Meta Description आमतौर पर 150 अक्षरों के भीतर होनी चाहिए और यह User को Click करने के लिए आकर्षित करती है।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट Search Engine में बेहतर रैंक करे और उस ज्यादा Traffic आए, तो एक Attractive और Keyword-Friendly Meta Description लिखना बेहद जरूरी है।
#5 – URL Structure
जब आप कोई ब्लॉग पोस्ट Publish करते हैं, तो उसका एक URL (Permalink) बनता है। यही URL गूगल और User को यह बताने का काम करता है कि आपकी Post किस Topic पर है। इसलिए आपके लिए एक साफ़, छोटा और Focus Keyboard सहित URL बनाना बहुत ज़रूरी है।
उदाहरण के लिए:
https://www.ashishkushwaha.com/on-page-seo-kya-hai
इस URL को देखकर कोई भी आसानी से समझ सकता है कि यह पोस्ट On-Page SEO पर आधारित है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट Search Engine में बेहतर रैंक करे, तो नीचे दिए गए नियमों का पालन करके आप एक SEO-Friendly URL Structure बना सकते हैं।
SEO-Friendly URL Structure बनाने के आसान टिप्स और ट्रिक
- Focus Keyword को हमेशा URL में शामिल करें।
- कभी भी Special Characters जैसे (#, $, &, %, @) का इस्तेमाल न करें।
- URL हमेशा lowercase letters में लिखें।
- शब्दों को अलग करने के लिए hyphen (-) का प्रयोग करें, न कि underscore (_) या space।
- URL को हमेशा छोटा, सिंपल और यूनिक रखें।
- URL को English या Hinglish में लिखना सबसे बेहतर होता है।
अगर आप ऊपर दिए गए Tips को सही तरीके से Follow करते हैं, तो आपका URL न सिर्फ SEO-Friendly होगा बल्कि गूगल में अच्छी Ranking पाने के Chance भी बढ़ेंगे।
#6 – Keyword Density
Keyword Density का मतलब होता है आपके Blog Post में Focus Keyboard कितनी बार इस्तेमाल हुआ है। यह आपके कंटेंट के कुल शब्दों की संख्या के हिसाब से तय होती है।
उदाहरण के तौर पर, अगर आपका ब्लॉग पोस्ट 2000 शब्दों का है, तो उसमें Focus Keyboard को 1% से 2% के बीच इस्तेमाल करना सबसे सही माना जाता है।
यानी आप अपने Keyboard को पोस्ट में 10 से 40 बार तक उपयोग कर सकते हैं, लेकिन जरूरत से ज्यादा कीवर्ड का इस्तेमाल करने से Keyword Stuffing हो सकता है, जिससे SEO पर उल्टा असर पड़ सकता है।
#7 – Images SEO
जब आप अपने Blog Post में Images का इस्तेमाल करते हैं, तो यह न सिर्फ आपके Content को Attractive बनाता है, बल्कि सही तरीके से Image SEO करने से आपको Search Engine से अच्छा खासा Traffic भी मिल सकता है।
Google पर बहुत से लोग सीधे Google Images में जाकर कुछ Search करते हैं। अगर आपकी Image वहां Rank करती है, तो User आपकी Image पर Click करके सीधे आपके Blog तक पहुंच सकते हैं। इससे आपके Blog Post पर Extra Organic Traffic आ सकता है।
आप Image SEO सही तरीके से करने के लिए नीचे दिए गए Important Point को फॉलो कर सकते हैं।
- Copyright-Free Images का इस्तेमाल करें
- Image File Name को Optimize करें
- Alt Text में Relevant Keyword डालें
- Image Size को Optimize करें
अगर आप अपने ब्लॉग के लिए Infographics या Original Graphics बनाते हैं, तो उनके साथ भी Alt Text और Keyword Optimization जरूर करें। इससे आपकी साइट की Authority भी बढ़ती है।
Image SEO, On-Page SEO का एक जरूरी हिस्सा है। अगर आप ऊपर दिए गए सभी Tips को अपनाते हैं, तो आपकी इमेज Google Image Search में रैंक कर सकती है और वहां से आपके ब्लॉग पर अच्छा खासा Traffic भी आ सकता है।
#8 – Website Speed
Website Speed यानी आपकी Website कितनी Fast Load होती है, यह On Page SEO का एक बेहद जरूरी Factor है। अगर आपकी वेबसाइट धीरे लोड होती है, तो ज़्यादातर User बिना कुछ पढ़े ही आपकी Site छोड़ देते हैं। इससे आपकी Bounce Rate बढ़ जाता है और गूगल आपके ब्लॉग की रैंकिंग डाउन कर देता है।
Google अब वेबसाइट की स्पीड को एक Direct Ranking Factor मानता है। यानी आपकी साइट जितनी जल्दी Load होगी, उसके टॉप पर रैंक करने की संभावना उतनी ही ज़्यादा होगी।
अगर आपकी वेबसाइट की Loading Speed Slow है, तो उसे बेहतर बनाने के लिए आप कुछ आसान उपाय कर सकते हैं।
- WP Rocket जैसे Cache Plugin का इस्तेमाल करें। यह आपकी वेबसाइट को Optimize कर Speed को Fast बनाता है।
- Lightweight और Fast Loading Theme को अपने ब्लॉग पर Install करें, जो Mobile और Desktop दोनों पर अच्छी Performance दे।
- आप अपने ब्लॉग पोस्ट में बड़े साइज की Image, Java Script और CSS को Optimize करें या Compress करें।
#9 – Mobile Friendly Blog
आज के Digital युग में ज्यादातर लोग मोबाइल से ही Internet Browse करते हैं। Google के अनुसार 80% से 85% Traffic मोबाइल से आता है।
यानी ज़्यादातर User Mobile पर ही जानकारी Search करते हैं। ऐसे में अगर आपका Blog Mobile Friendly नहीं है, तो आपकी Website को ना तो अच्छा User Experience मिलेगा और ना ही Google में अच्छी Ranking।
Mobile Friendly Blog से आपके ब्लॉग पर ज्यादा Traffic आता है, जिससे आपके ब्लॉग का Bounce Rate कम और Engagement बढ़ता है।
अगर आप WordPress का उपयोग करते हैं, तो बहुत सारी Mobile Friendly Themes मिल जायेंगी, जिनका उपयोग करके आप अपने ब्लॉग को पूरी तरह Mobile Friendly बना सकते हैं।
दोस्तों ये Theme न सिर्फ SEO Optimized होती हैं बल्कि Responsive Design भी प्रदान करती हैं, जिससे आपका ब्लॉग हर Device पर शानदार दिखेगा।
- Astra
- Divi
- OceanWP
- GeneratePress
- Neve Theme
यह सभी Theme आपको Free और Premium वर्जन में मिल जायेंगी। आप अपनी ज़रूरत और बजट के अनुसार कोई भी Theme को Select कर सकते हैं।
#10 – Quality Content
अगर आप ब्लॉगिंग में सफल होना चाहते हैं, तो आपको 100% यूनिक और Quality Content खुद लिखना होगा। ऐसा Content जो User के लिए उपयोगी हो और उनकी समस्या का समाधान कर सके।
यदि आप दूसरों की वेबसाइट से Content Copy करते हैं या किसी AI टूल से Generated Article पब्लिश करते हैं, तो वह गूगल में कभी Rank नहीं करेगा।
गूगल की नजर में Original और जानकारी देने वाला कंटेंट ही भरोसेमंद माना जाता है। अगर आप Unique Article लिखते हैं, तो इससे न सिर्फ आपकी वेबसाइट की रैंकिंग बेहतर होगी, बल्कि Bounce Rate भी कम होगा, यानी User आपकी वेबसाइट पर ज़्यादा समय बिताएंगे।
Unique Content करने के लिए आप गूगल पर जाकर “Free Plagiarism Checker” लिखकर सर्च सकते हैं। ऐसा करने से आपको बहुत सारी वेबसाइट मिल जाएंगी।
- Small SEO Tools
- Duplichecker
- Quetext
इन Tools की मदद से आप यह जान सकते हैं कि आपका Content Unique है या नहीं। वहीं जब आप अपने ब्लॉग पर Unique, Informative और User Friendly कंटेंट Publish करते हैं, तो गूगल आपकी वेबसाइट के E-E-A-T (Experience, Expertise, Authoritativeness, Trustworthiness) को बेहतर मानता है। जिससे गूगल में आपकी रैकिंग बेहतर होती है।
#11 – Internal Linking
जब किसी Blog Post के अंदर उसी ब्लॉग की दूसरी Post या पेज का Link दिया जाता है, तो इसे Internal Linking या Interlinking कहते हैं। आसान भाषा में कहें तो जब एक ही वेबसाइट के दो वेबपेज एक-दूसरे से लिंक होते हैं, तो वह Internal Linking कहलाती है।
जब आप अच्छे से इंटरनल लिंकिंग करते हैं, तो Google के लिए आपके कंटेंट को समझना और Rank करना आसान हो जाता है। इसके अलावा जब यूजर एक पोस्ट से दूसरी पोस्ट पर जाता है, तो वह ज्यादा समय आपके ब्लॉग पर बिताता है।
इंटरनल लिंकिंग करने से आपके ब्लॉग का बाउंस रेट कम होने के साथ-साथ ब्लॉग की Page Authority भी बढ़ती है। आप अपने ब्लॉग पर Internal Links को कभी भी “यहां क्लिक करें” जैसे जनरल शब्दों से लिंक न करें। इसके बजाय, “On Page SEO के फायदे” जैसे सटीक और keyword-rich Anchor Text का उपयोग करें।
Internal Linking एक आसान लेकिन बेहद असरदार SEO तकनीक है, जो ना केवल आपकी वेबसाइट की Google में Ranking बढ़ाती है, बल्कि यूजर को बेहतर Navigation भी देती है। अगर आप चाहते हैं कि आपका ब्लॉग तेजी से Grow करे, तो हर पोस्ट में अच्छी तरह से Internal Linking ज़रूर करें।
#12 – External Linking
जब आप अपने Blog Post में किसी दूसरी वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट का लिंक जोड़ते हैं, तो उसे External Linking या Outbound Link कहा जाता है। यह लिंक आपके ब्लॉग से बाहर किसी अन्य वेबपेज की ओर जाता है।
वहीं जब कोई दूसरी वेबसाइट आपके ब्लॉग के लिंक को अपने Content में जोड़ती है, तभी आपको Backlink मिलता है।इसलिए आप External Link को Backlink समझने की भूल ना करें।
External Linking करते समय आपको सिर्फ Trusted और Website Authority Website का ही लिंक जोड़ना चाहिए, जैसे Wikipedia, NDTV, या कोई गवर्नमेंट साइट।
वहीं जब भी आप Affiliate Link या Paid Link को अपने ब्लॉग में Add कर रहे हैं, तो ऐसे में उसे सही से nofollow टैग देना ना भूलें।
इसके अलावा आप किसी फेक, स्पैमmy या Low Quality Site का लिंक कभी न लगाएं, इससे आपकी वेबसाइट की Credibility और Ranking दोनों को नुकसान हो सकता है।
External Link को New Tab में खुलने के लिए (target=”_blank”) सेट करें, ताकि यूज़र आपकी साइट से बाहर न जाएं।
External Linking से Google को यह संकेत मिलता है कि आप अपने Content को मजबूत करने के लिए भरोसेमंद Source को Refer कर रहे हैं। इससे आपकी Post की Authority और Reliability दोनों बढ़ती हैं, जो कि SEO के लिए फायदेमंद है।
On Page SEO और Off Page SEO में कौन ज़्यादा ज़रूरी है?

जब बात आती है किसी वेबसाइट या ब्लॉग को Google में रैंक कराने की, तो On-Page SEO और Off-Page SEO दोनों ही जरूरी भूमिका निभाते हैं। यह तय करना मुश्किल है कि इनमें से कौन ज़्यादा ज़रूरी है, क्योंकि दोनों एक-दूसरे के मिलकर ही किसी ब्लॉग या वेबसाइट को रैंक करवाते हैं।
चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं – जैसे किसी मज़बूत घर के लिए नींव और छत दोनों की ज़रूरत होती है, ठीक वैसे ही किसी ब्लॉग को सफल बनाने के लिए On-Page और Off-Page SEO दोनों की ज़रूरत होती है।
On-Page SEO में हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के अंदर के Factors पर काम करते हैं, जैसे – Title, Meta Description, Keyword, Quality Content, Image Optimization आदि।
जबकि Off-Page SEO में हम अपनी वेबसाइट के बाहर Link Bending, Social Sharing, Guest Post और Brand Promotionजैसे काम करते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट Search Engine में Top पर रैंक करे, तो आपको दोनों ही SEO Technique पर बराबर ध्यान देना होगा।
इन्हें भी पढ़ें –
निष्कर्ष: On Page SEO क्या है और क्यों जरूरी है?
अब जब आप इस लेख के अंत तक पहुंच चुके हैं, तो हमें उम्मीद है कि आपको On Page SEO क्या होता है और इसे कैसे किया जाता है, इसकी पूरी जानकारी मिल गई होगी।
यदि आप SEO को पूरी तरह से समझना चाहते हैं, तो हम आपको सलाह देंगे कि आप हमारे अन्य लेख भी पढ़ें, जैसे:
- Off-Page SEO क्या है?
- Technical SEO क्या होता है?
दोस्तों ये तीनों प्रकार के SEO — On-Page, Off-Page और Technical SEO, आपकी वेबसाइट या ब्लॉग को Google में टॉप रैंक दिलाने के लिए बेहद जरूरी हैं।
On-Page SEO सबसे जरूरी और बेसिक SEO तकनीक है, जिसे आप खुद भी आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको सही जानकारी और दिशा में काम करना होता है। अगर आपने इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ा है, तो अब आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट का On-Page SEO खुद कर सकते हैं।
आपके विचार और अनुभव हमारे लिए महत्वपूर्ण है
अगर आपको हमारा यह लेख “On-Page SEO क्या है और इसे कैसे करें?” पसंद आया हो, तो कृपया हमें नीचे कमेंट बॉक्स में अपना Feedback जरूर दें।
अगर आपका कोई सवाल है या आपको किसी Step को समझने में परेशानी हो रही है, तो आप बेझिझक हमसे पूछ सकते हैं। हम हर समस्या या सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।
FAQ – On Page SEO Kya Hai
अक्सर ब्लॉगर मुझसे On Page SEO से संबंधित निम्नलिखित कुछ प्रश्नों को पूछते हैं।
On Page SEO का टारगेट क्या होता है?
On Page SEO का सबसे मुख्य Target Article को गूगल में रैंक कराना है और Organic Traffic अपनी वेबसाइट पर लाना है ताकि कमाई अधिक हो सके।
On Page SEO में कितने घंटे लगते हैं?
On Page SEO में आपको 1 से 3 घंटे का समय लग सकता है, अगर आप कंटेंट स्वयं लिख रहे हैं तो आपको 6-8 घंटे तक का समय भी लग सकता है।
क्या आप खुद कर सकते हैं On-Page SEO? जानिए कैसे!
जी हां, बिल्कुल! अगर आपको On-Page SEO की सही Techniques और Step By Step प्रक्रिया की जानकारी हो, तो आप आसानी से अपने ब्लॉग या वेबसाइट का SEO खुद कर सकते हैं। अगर आप हमारे इस लेख को ध्यान से पढ़ते हैं और बताई गई टिप्स को अपने कंटेंट में Follow करते हैं, तो न केवल आपकी वेबसाइट Google में बेहतर रैंक करेगी, बल्कि आपके ब्लॉग पर Organic Traffic आयेगा।
क्या बिना On-Page SEO के वेबसाइट रैंक हो सकती है?
साफ जवाब है — नहीं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट Google या किसी अन्य सर्च इंजन में टॉप पर रैंक करे, तो On-Page SEO सबसे पहला और जरूरी कदम होता है। जब सर्च इंजन आपके पेज को crawl और index करते हैं, तो सबसे पहले वे आपकी वेबसाइट के On-Page SEO को ही एनालाइज़ करते हैं। अगर On-Page SEO सही नहीं किया गया, तो Off-Page SEO भी ज्यादा फायदा नहीं देगा। इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट ज्यादा ट्रैफिक लाए और Google पर जल्दी रैंक करे, तो On-Page SEO को नजरअंदाज बिल्कुल न करें।
On-Page SEO कैसे करें?
अगर आप सीखना चाहते हैं कि On-Page SEO कैसे किया जाता है, तो इस लेख में हमने इसके सभी ज़रूरी Step को आसान भाषा में समझाया है। आप ऊपर दिए गए Practical Tips और Techniques को फॉलो करके खुद ही अपनी वेबसाइट या ब्लॉग का On-Page SEO कर सकते हैं।